उत्तराखंड

देवभूमि उत्तराखंड निवेश और विकास की दिशा में बढ़ते कदम – रेखा आर्य


आज, बेंगलुरु में आयोजित उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर सबमिट रोड शो में प्रदेश की कद्दावर मंत्री रेखा आर्य ने भाग लिया, जहाँ उत्तराखंड सरकार ने निवेश के लिए उत्साहित होकर विभिन्न क्षेत्रों में 18 कंपनियों के साथ बेंगलुरु रोड शो में कुल 4600 करोड़ के MoU पर हस्ताक्षर किए, जिनमें भारत सेमीकंडक्टर सोसायटी (सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकोसिस्टम के लिए एमएसएमई इकाइयों का क्लस्टर), हेज प्रिसिजन प्रोडक्ट्स लिमिटेड (ऑटो कंपोनेंट प्लांट), रेडवुड ग्रुप (पर्यटन रिज़ॉर्ट), केईसी एग्रीटेक (वैकल्पिक ऊर्जा), हिमालयन बास्केट (एफपी विनिर्माण), सिलेज एग्रो (पशु पोषण, चारा, भ्रूण स्थानांतरण और क्लस्टर आधारित डेयरी फार्मिंग), इंस्पायर (कौशल, महिला उद्यमिता), जीरोहार्म (मेडिकल कैनबिस), निशांत अरोमास (आवश्यक तेल), कुमाऊं हिमालयन बेवरेजेज लिमिटेड (पेय पदार्थ विनिर्माण संयंत्र), न्यूट्रियार्क प्राइवेट लिमिटेड (न्यूट्रास्यूटिकल्स, डीई पेड्रो शुगर इंडस्ट्रीज (अस्पताल), स्काईलार्क ड्रोन (ड्रोन सॉफ्टवेयर+स्किलिंग), सीडीएसई (इन्क्यूबेटर्स), त्रिलोकेश एक्सपोर्ट्स (लैबग्रोन डायमंड्स) और शहरी क्षेत्र (इलेक्ट्रिक बसें विनिर्माण) के MoU शामिल थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, और दिल्ली में कुल मिलाकर 64,700 करोड़ रुपये के निवेश के मौके अब तक प्राप्त हो चुके हैं। इसमें से 15,475 करोड़ यूएई में, 12,500 करोड़ ब्रिटेन में और दिल्ली में 4 सितंबर को 7,600 करोड़ और 4 अक्टूबर को दिल्ली रोड शो के दौरान 18,975 करोड़ करने के बाद 26,575 करोड़ निवेश किया गया है। चेन्नई रोड शो में भी 10,150 करोड़ के निवेश का मौका दिया गया है।

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इस अवसर पर निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि 2000 में पृथक राज्य गठन के पश्चात उत्तराखण्ड राज्य ने वैश्विक स्तर पर अपनी एक पहचान स्थापित की है। उत्तराखण्ड न केवल देश में, अपितु विश्व में भारत के स्विटजरलैंड के नाम से विख्यात है। पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के बाद खाद्य प्रसंस्करण, बीवरेजेज, टैक्सटाइल एवं एप्रैल्स पेपर एवं पेपर प्रॉडक्ट, फार्मा, इलैक्ट्रिकल, इलैक्ट्रॉनिक्स, एफ.एम.सी.जी., फैबरिकेटेड मैटल प्रॉडक्ट, प्लाईवुड, रबर एवं प्लास्टिक प्रॉडक्ट्स, कैमिकल प्रॉडक्ट्स, पैकेजिंग आदि सैक्टरों में वैश्विक एवं देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों द्वारा निवेश किया गया है।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने निवेश के लिए ऐसे क्षेत्रों की प्राथमिकता दी है, जो राज्य के पारंपरिक क्षेत्रों जैसे पर्यटन और आतिथ्य, आयुष और वेलनेस, फिल्म शूटिंग और खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ नवाचारी ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी के बीच एक संयुक्त समागम की खोज की है। राज्य में टाटा, अशोक लेलैंड, बजाज, हीरो होंडा, महिंद्रा जैसे उद्योग समूहों ने अपने प्लांट स्थापित किए हैं और हरिद्वार और पंतनगर क्षेत्र को देश के मुख्य ऑटोमोबाइल हब के रूप में विकसित किया है।

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इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य गठन के पश्चात हमने उत्तराखण्ड को आयुष के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। इसके माध्यम से आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को प्रमुखता प्रदान करते हुये पर्यटकों को इन उपचारों का लाभ उठाने का अवसर उपलब्ध होगा। सरकार अनुसंधान और विकास संस्थानों और प्रतिष्ठित कम्पनियों के साथ मिलकर औषधीय पौधों और अनुप्रयोगों तथा योग के व्यवसायिक उत्पादन में अनुसंधान एवं शोध कर रही है। राज्य से औषधीय और सुगन्ध पौध निर्यात क्षेत्र के अन्तर्गत देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर और हरिद्वार जिले शामिल हैं। उत्तराखण्ड में योग की विश्व राजधानी बनने की क्षमता है, क्योंकि यह योग की जन्म स्थली है। राज्य में योग ग्राम की अवधारणा योग को पर्यटन से जोड़ने का एक प्रयास है। राज्य सरकार वेलनेस टूरिज्म को भी बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार द्वारा आयुष एवं वेलनेस तथा पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है, ताकि इन क्षेत्रों के निवेशकों को प्रदेश की औद्योगिक नीतियों के तहत उद्योगों को मिलने वाले प्रोत्साहनों का लाभ मिल सके।

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उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पतंजलि, फॉरेस्ट इसेन्सियल, ब्लाजम कोचर, वीएलसीसी, एसआरआई. हिमालया आयुर्वेद आदि जैसे प्रसिद्ध वेलनेस औद्योगिक प्रतिष्ठानों की इकाईयां स्थापित हैं आनन्दा एवं वेस्ट-इन नरेन्द्रनगर वाना रिट्रीट, हयात, देहरादून और प्रमुख हॉस्पिटेलिटी चेन के रूप में ताज, ऋषिकेश एवं हरिद्वार, मैरियेट इन्टरनेशनल, मसूरी प्रमुख वेलनेस रिसॉर्ट उत्तराखण्ड में पहले से ही हैं।

इस अवसर पर सचिव शैलेश बगौली, डॉ बी वी आर सी पुरुषोत्तम, डॉ पंकज कुमार पांडे, चेयरमैन सी आई आई कर्नाटक विजय कृष्णन वेंकटेशन, एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट आईटीसी लिमिटेड नील किंग्सटन जेसपर, चेयरमैन रॉयल आर्किड होटल चन्दर बलजी तथा भारी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के निवेशक एवं उद्योगपति मौजूद रहे।

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