उत्तराखंड

आरोप:ऋषिकेश का एक ऐसा राजापति,जिसने गौ माता के साथ क्रूरता कर दी,पुलिस क्या करती है देखते रहें

ऋषिकेश। शिवाजी नगर में रहने वाले एक युवक ने अपने मां-बाप के साथ मिलकर बेरहमी से माता कहीं जाने वाली गाय के चाकू से दूध के थन काट दिए। मूत्राशय पर भी चाकू से वारकर गाय को घायल कर दिया। एक गाय को ईंटों से वार कर उसकी कमर तोड़ दी। विरोध करने पर आरोपियों ने गौशाला संचालक और उसके परिवार वालों के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

सनातन धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है और गाय माता के साथ बेरहमी करते हुए यदि कोई चाकू से उसके दूध के थन काट दे तो बेरहम शख्स को क्या कहेंगे इसे आसानी से समझा जा सकता है। एक ऐसा ही मामला ऋषिकेश के शिवाजी नगर क्षेत्र से सामने आया है।
जहां नारायण स्वरूप ब्रह्मचारी नाम के संत एक गौशाला का संचालन करते हैं। उनका आरोप है कि पास में ही रहने वाले धर्मवीर प्रजापति उसकी माता कुसुम रानी और पिता भगत सिंह प्रजापति ने तीन महीने तक गाय का दूध लेने के बाद पेमेंट नहीं किया। पेमेंट मांगने पर तीनों आरोपियों ने गाली गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। गाय को भी नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर मौके से चले गए। 3 अक्टूबर 2023 को आरोपियों ने गाय पर ईंटों से हमला कर उसकी कमर तोड़ दी।

यह भी पढ़ें 👉  प्राथमिक विद्यालय में स्वास्थ्य शिविर लगाकर बच्चों को किया जागरूक

पशु चिकित्सकों से लंबे इलाज के बाद 14 दिसंबर 2023 को गाय ने दम तोड़ दिया। जबकि 30 नवंबर 2023 को गुड़ का लालच देकर आरोपियों ने गाय को अपने पास बुलाया और तार से पैर बांधकर चाकू से गाय के दूध के थन काट दिए। मूत्राशय पर भी चाकू से वार कर घायल कर दिया। घटना की जानकारी नारायण स्वरूप ब्रह्मचारी की ओर से आपातकालीन कंट्रोल रूम 112 को दी गई। 11 दिसंबर 2023 को आरोपी उनके आश्रम में घुस गए और जवान भतीजी बुजुर्ग माता से मारपीट कर गाली-गलौज की। फिर से जान से मारने और गौशाला में आग लगाने की धमकी देकर फरार हो गए।

यह भी पढ़ें 👉  प्राचार्य विजेंद्र शास्त्री डॉ राजेंद्र प्रसाद स्मृति सम्मान से सम्मानित

कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। जल्दी ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें 👉  प्राचार्य विजेंद्र शास्त्री डॉ राजेंद्र प्रसाद स्मृति सम्मान से सम्मानित

Most Popular

To Top