उत्तराखंड

Breaking:PWD में स्थान्तरण नीति पर उठने लगी उंगली, स्थान्तरण सत्र से पहले ही तबादलों का खेल शुरू,,

देहरादून। ट्रांसफर सत्र से पहले ही PWD में तबादलों को लेकर रस्सा कस्सी का खेल शुरू हो गया है। अपने चहेते इंजीनियर को चिपकाकर रखने के लिए मशक्क्त की जा रहा है। जबकि बाकी को यंहा से वंहा पटकने की तैयारी जोरों पर है।

दरअसल,राजधानी देहरादून निवासी एडवोकेट विकास नेगी ने तबादलों में चल रहे इस झोल मोल की शिकायत प्रमुख अभियंता को भेजी है।
उन्होंने इस संबंध में त्वरित कार्रवाई न होने पर न्यायालय की शरण मे जाने की बात कही है।

यह भी पढ़ें 👉  आस्था का अभेद्य किला: श्री दरबार साहिब

उन्होंने प्रमुख अभियंता को भेजे पत्र में अवगत कराया है कि लोनिवि में सुगम व दुर्गम के मानकों का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा। तमाम अभियंता सालों से देहरादून में डटे हैं और जिन अभियंताओं की अफसरों के बीच पैठ नहीं है, उन्हें सालों बाद भी दुर्गम से सुगम में नहीं लाया जा रहा। पत्र में विशेषकर प्रांतीय खंड नई टिहरी का उदाहरण दिया गया है। कहा गया है कि एडीबी विंग की समाप्ति के बाद कई अभियंताओं को यहां मर्ज कर दिया गया है। इससे एक खंड में अभियंताओं की संख्या बढ़ गई है। अभियंताओं की संख्या को कम करने के लिए आठ-नौ साल से जमे अभियंताओं को हटाने की कार्रवाई नहीं की जा रही। वहीं, चार-पांच साल से सेवा दे रहे अभियंताओं को स्थानांतरित करने की तैयारी चल रही है ।

यह भी पढ़ें 👉  ऋषिकेश में दिल्ली से घूमने आए युवक को गंगा ने निगला, SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

खंड में तैनात तीन महिला कार्मिकों को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। पत्र में कहा गया है कि महिला कार्मिकों के पास पर्याप्त काम भी नहीं है। फिर भी अभियंता अनुपात को संतुलित करने के लिए अटपटे नियम अपनाए जा रहे हैं। विभिन्न अन्य खंडों में भी अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर तैनाती की तैयारी कर रहे हैं। अधिवक्ता ने मांग उठाई है कि इस सबंध जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।

यह भी पढ़ें 👉  Uttarakhand: सांविधानिक संकट; पंचायती राज एक्ट में संशोधन के अध्यादेश को नहीं मिली मंजूरी, राजभवन ने लौटाया
1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

To Top