हरिद्वार। कुंभ मेला 2021 के दौरान श्रद्धालुओं की कोरोना जांच में हुए घोटाले और फर्जी जांच में हिसार, लाल चंदानी लैब सेंट्रल दिल्ली के खिलाफ 17 जून को शहर कोतवाली हरिद्वार में मुकदमा दर्ज हुआ था। एसआईटी भिवानी की डेलफिश लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ को आइसीएमआर के पोर्टल पर कोविड जांच के फर्जी आंकड़े अपलोड करने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अब मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के पार्टनर शरत पंत व मल्लिका पंत को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें कि कोरोना काल में संपन्न हुए कुंभ – 2021 में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य की गई थी। हरिद्वार की सीमाओं पर और कुंभ क्षेत्र में जगह-जगह कोरोना टेस्टिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से इंतजाम किए गए थे।
कुंभ 2021 में कोरोना टेस्टिंग का ठेका लेने वाली मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज दिल्ली ने बड़े पैमाने पर फर्जी टेस्ट कर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया। छह माह पूर्व इस मामले में हरिद्वार की शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। कुम्भ कोरोना फर्जी जांच घोटाले की जांच कर रही एसआइटी की टीम ने मैक्स कारपोरेट के पार्टनर शरत पंत और उसकी पत्नी मल्लिका पंत व नवतेज नलवा के खिलाफ पहले गैर जमानती वारंट और उसके बाद कुर्की के लिए मुनादी की कार्रवाई की थी। आखिरकार आज दिल्ली में पंत दंपति एसआईटी के हत्थे चढ़ गए। उन्हें पकड़कर हरिद्वार लाया जा रहा है। दोपहर तक दोनों को हरिद्वार लाया जाएगा।
जिसके बाद हरिद्वार जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत घोटाले में उनकी भूमिका से पर्दा उठाएंगे।