उत्तराखंड

स्वागत:गुरुकुलकांगड़ी समविश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलाधिपति का भव्य स्वागत



हरिद्वार। गुरुकुलकांगड़ी समविश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलाधिपति डा0 सत्यपाल सिंह कागुरुकुल कांगड़ी परिसर में पहुंचने पर शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने भव्यस्वागत किया। विदित हो कि केन्द्र सरकार द्वारा विगत दिनों डा0 सत्यपाल सिंह को गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्तकिया गया था। विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपतिप्रो0 सोमदेव शतांशु के नेतृत्व में नवनियुक्त कुलाधिपतिका स्वागत व अभिनन्दन किया गया। उपस्थित शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों कोसंबोधित करते हुए कुलाधिपति डा0 सत्यपाल सिंह ने कहा किआज हम सभी महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वीं जयंती मनारहे हैं।

इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी में भी महर्षि दयानन्द सरस्वती को नमन करतेहुए संगोष्ठी का आयोजन किया गया। हम सभी को महर्षि दयानन्द सरस्वती के सिद्धान्तोंको जीवन में आत्मसात करने के लिए एक बार सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन अवश्य करनाचाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत मानना है कि प्रत्येक व्यक्तिको जीवन में सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन करना चाहिए,वहकिसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना करने के लिए अडिग रहेगा| उन्होंने कहा कि आर्य समाज के सिद्धान्तों तथा वैदिकशिक्षा में समाज को शिक्षित होने के साथ-साथ संस्कारवान बनाया है। आज समुची दुनियामें प्राचीन भारतीय वैदिक संस्कृति शिक्षा व संस्कारों का प्रभाव तेजी से बढ़ता हुआदिख रहा है।

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ऐसे में हम गुरुकुल वासियों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है मेरागुरुकुल के सभी शिक्षकों से अनुरोध है कि वह छात्रों को शिक्षित करने के साथ-साथउनमें भारतीय वैदिक संस्कृति व संस्कारों को भी पल्लवित करने का कार्य करें।उन्होंने कहा हमारे यहां पर उच्च कोटि का अनुसंधान कार्य होना चाहिए जिससे कि आनेवाले समय में हमारे शिक्षक देश व दुनिया की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने मेंसहायक हो। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की नई शिक्षा नीति, भारतीयवैदिक शिक्षा व संस्कारों को पल्लवित करने की दिशा में नई पहल है।

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उन्होंने सभीकर्मचारियों से आह्वान किया कि हम सभी को आपस में मिलकर शिक्षा के क्षेत्र मेंबेहतर कार्य व अनुसंधान करते हुए विश्वविद्यालय को उन्नति के पथ पर ले जाने कीदिशा में अग्रसर होना है। इस अवसर पर कुलाधिपति की धर्मपत्नी अलका सिंह काअभिनंदन प्रो० सुचित्रा मलिक व डा0रेखा सिंह ने किया।            विश्वविद्यालय केकुलपति प्रो0 सोमदेव शतांशु ने कहा कि यह हम सभी के लिएसौभाग्य की बात कि हमें कुशल प्रशासनिक अधिकारी व बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी डा0 सत्यपाल सिंह कुलाधिपति के रूप में मिले हैं।

पूर्व में भी आप द्वाराविश्वविद्यालय हित में विभिन्न कार्य किए जाते रहे हैं। आने वाले समय में निश्चयही आपके मार्गदर्शन में उन्नति की ओर अग्रसर होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के कर्मचारी भारत सरकार का आभारव्यक्त करते हैं कि उन्होंने एक कुशल प्रशासक के रूप में डा0 सत्यपाल सिंह को कुलाधिपति के रूप में हम सबको उनका नेतृत्व मिला है।

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यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है |            इस अवसर पर प्रो0 श्रवण कुमार शर्मा, डा0 दीनानाथ शर्मा, प्रो0 डी0एस0 मलिक,प्रो0 देवेन्द्र कुमार गुप्ता, प्रो0 विवेक गुप्ता, प्रो0 एल0पी0 पुरोहित,प्रो0 ब्रह्मदेव, प्रो0 नवनीत, प्रो0 सुरेन्द्र त्यागी, प्रो0 सुचित्रा मलिक, डा0अजेन्द्र, डॉ हरेन्द्र, डॉ सुनील पंवार, डॉ विपुल शर्मा, डा0शिव कुमार चौहान,  डा0अजित तोमर, डा0 नितिन काम्बोज,डा0 विपुल शर्मा, डा0 रविन्द्र, डा0 मयंक अग्रवाल, डा0अजयमलिक, डा0 विजेन्द्र शास्त्री,डा0 पंकज कौशिक, प्रमोद कुमार, रजनीश भारद्वाज, कुलभूषण शर्मा, नरेन्द्र मलिक, हरेन्द्र मलिक, विरेन्द्र पटवाल, सत्यदेव, ओमेन्द्र, डा0धर्मेन्द्र वालियान, अरविन्द शर्मा, चरणजीत, प्रकाश तिवारी, दीपक वर्मा, देवानन्द जोशी, हेमंत सिंह नेगी सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे |

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