देशः आरबीआई ने नोटो के लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस साल नोटो के सड़ने का रिकॉर्ड टूट गया है। बताया जा रहा है कि इस साल 1878 करोड़ नोट सड़ गए है। इस में 2000 से लेकर एक रुपये तक के नोट शामिल है। इतनी बड़ी संख्या में नोटों के सड़ने की खबर सुन हर कोई हैरान है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आरबीआई ने नोटो के सड़ने की रिपोर्ट जारी की है। बताया जा रहा है कि महज एक साल में नोटों के सड़ने की संख्या दोगुनी हो गई। 2021-22 में 2000 से लेकर एक रुपये तक के कुल 1878 करोड़ नोट सड़ गए। 2020-21 में यह संख्या 997 करोड़ थी।
रिपोर्ट में 2019 से 2022 तक सड़े नोटों की संख्या जारी की गई है। 2019-20 में 1465 करोड़ नोट सड़े थे। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के डर से न्यूनतम 10 फीसदी नोटों को पानी या सेनेटाइजर से धोया गया। धूप में सुखाया गया। बैंकों, वित्तीय संस्थानों में कोरोना के भय से नोटों में इस्त्री का चलन शुरू हुआ। बड़ी संख्या में नोट इससे खराब हो गए।
बताया जा रहा है कि इस बार सड़े नोटों में सबसे ज्यादा संख्या 500 के नोटों है। जो पिछले साल की तुलना में चार गुना ज्यादा सड़ गए। चार साल पहले लांच किए 200 के नोट इससे आगे रहे। एक साल में छह गुना ज्यादा नोट इस्तेमाल करने योग्य नहीं रहे।




