उत्तराखंड

ब्रेकिंग : कृषि मंत्री ने निकाला शहद, कहा शहद उत्पादन में है शानदार भविष्य

कृषि मंत्री ने निकाला शहद, कहा शहद उत्पादन में शानदार भविष्य

मुख्यमंत्री मधु ग्राम योजना से लाभान्वित होंगे राज्य के मौनपालक

 

देहरादून! कृषकों के पसीने और धरती मां के आशिर्वाद से उपजी रवि की फसल के पकने की खुशी के पर्व बैसाखी के शुभ अवसर पर आज कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रदेशवासियों को बैसाखी की बधाईयां और एक प्रगतिशील कृषक के तौर पर अपने कैम्प कार्यलय में लगाए गए मधुमक्ख्यिं की पेटियों (मौनगृहों) में तैयार हुई शहद रूपी फसल की गहाई की। मौनपालन को प्रोत्साहित करने तथा शहद जैसे प्राकृतिक अमृत के उत्पादन को बढ़ावा देने के क्रम में कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री द्वारा शहद उत्पादन मॉडल को पेश किया।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ — रुद्रप्रयाग में भीषण सड़क हादसा! 

 

 

कैम्प कार्यालय में लगाए गए चार मौनगृहों से लगभग 8 किलो शहद प्राप्त किया गया। इस अवसर पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों को निर्देषित भी किया गया कि शहद उत्पादन को वर्षभर बढ़ावा देने, मौनपालन को प्रोत्साहित करने के लिए उपयुक्त वनस्पितियों के संबंध में जानकारी मौन पालकों को सरल और सहज तौर पर उपलब्ध करवाई जाए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने कृषकों से अपील की, कि मौनपालन के व्यवसाय से अधिक से अधिक जुड़ें। ऐसे लोग जिनके पास खेती के लिए ज्यादा जमीन नहीं है वह भी मौनपालन की जानकारी प्राप्त कर मौनपालन से जुड़ कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बना सकते हैं। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य के मौनपलकों क़ो विशेष सुविधाएं, प्रशिक्षण एवं बाजार लिंक उपलब्ध करवाने के लिए “मुख्यमंत्री मधु ग्राम योजना” के माध्यम से कार्य किये जाने की योजना है ।

यह भी पढ़ें 👉  तकनीकी शिक्षा में नई उड़ान: गुरुकुल कांगड़ी को मिला एम.टेक (ईसीई) की मंज़ूरी

 

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री के कृषकों की आय को बढ़ाने के वादे को साकार करने के लिए उन्हें पारम्परिक कृषि के साथ उपलब्ध सहजीवी कृषि एवं कृषि उपादानों से जोड़ा जाना अनिवार्य है। मौनपालन को व्यवसाय के तौर पर अपनाने के लिए शहद उत्पादन तथा मधुमक्खी पालन से संबंधि प्रशिक्षण को राज्य के गांव-गांव तक पहुंचाया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह आंकलित किया जाए कि वर्तमान में कितने किसानों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है और इस आधार पर प्रत्येकवर्ष मौनपालकों की संख्या एवं शहद उत्पादन को बढ़ाने के लिए व्यावहारिक लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। साथ ही मौनपालकों के उत्पादों को उचित बाजार उपलब्ध करवाने के लिए मार्केट लिंकेज भी विकसित किए जाए।

यह भी पढ़ें 👉  Uttarakhand: रुद्रप्रयाग हादसे के बाद सीएम धामी की यात्रियों से अपील, पर्वतीय मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतें

 

इस अवसर पर भाजपा मंण्डल अध्यक्ष, पूनम नौटियाल, राजीव गुरूंग, महामंत्री सुरेन्द्र राणा, पार्षद भूपेन्द्र कठैत, नंदनी शर्मा, सचिव कृषि आर0 मीनाक्षी सुंदरम, डा0 राम बिलास यादव, अतर सिंह कैन्तुरा, रघुवीर नेगी, अनिल बिष्ट, रेखा रावत आदि उपस्थित रहे।

283 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

To Top