ऋषिकेश। गढ़वाल के द्वार तीर्थनगरी में राज्य का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लोगों ने शहीदों के सपनों का राज्य बनाने का संकल्प लिया।
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस का मुख्य केंद्र नगर निगम का इंद्रमणि बडोनी सभागार रहा। यहां मेयर अनिता मंमगाईं के साथ राज्य आंदोलनकारियों की मौजूदगी में धूमधाम के साथ उत्तराखंड की वर्षगांठ मनाई गई। गढ़ संस्कृति के वाद्य यंत्रों की धूम के बीच मौजूद उपस्थिति नगरवासियों को लजीज व्यंजन भी परोसे गए।
मंगलवार को नगर निगम स्थित इंद्रमणि बडोनी सभागार में एकत्र हुए राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति के तमाम सदस्यों ने नगर निगम महापौर अनिता ममगाईं के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पूर्व इंद्रमणि बडोनी चौक पर पहुंची महापौर ने स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राज्य आंदोलनकारियों के समारोह में शिरकत करते हुए महापौर ने कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर हम सब मिलजुल कर राज्य को आगे ले जाने का संकल्प उठाने यहां एकत्र हुए हैं। कहा कि उत्तराखंड की डबल इंजन की सरकार राज्य में सफलता के सोपान तय कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आंदोलनकारियों की मांगों को पूर्ण करने पर महापौर ने उनका आभार जताया। कहा कि,विभिन्न क्षेत्रों में देश में अपनी उत्तराखंड ने अलग पहचान बनाई है। बताया कि जिन शहीदों ने अपनी जान की बाजी लगाकर राज्य को बनाने में अहम भूमिका निभाई उन्हें आज याद करने का दिन है।
उन्होंने लोगों से राज्य के विकास में अपना योगदान देने का आह्वान भी किया। इससे पूर्व उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की वर्षगांठ का शुभारभ यज्ञ के साथ हुआ।
इसके पश्चात उत्तराखंड आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी सहित राज्य आंदोलन में शहादत देने वाले आंदोलनकारियों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। समारोह का बड़ा आकर्षण लजीज उत्तराखंडी व्यजंन सहित लोक संस्कृति से जुड़े वाद्य यंत्र रहे। इस अवसर पर उषा रावत,मनीष बनावल,कमला गुनसोला, विजय बडोनी, उमा राणा, सुजीत यादव,राजकुमारी जुगलान,राकेश सिंह,रूकम पोखरियाल , संजय शास्त्री , प्यारेलाल जुगलान, बृज मोहन राणा, ,विक्रम भंडारी, रामेश्वरी चौहान , यशोदा नेगी, वीरेंद्र शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।




