उत्तराखंड

आज से योगधारा संगीत का दो दिवसीय कार्यक्रम का हुआ आगाज, देश-विदेश के साधकों ने उठाया आनंद

  • 29 व 30 जनवरी को तीन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे
  • 13 राज्यों के 33 शहरों में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम, विदेशी साधक  जुटेंगे
  • 150 से भी ज्यादा साधकों ने सहज संगीत का उठाया आनंद एवं प्राप्त किया आत्म साक्षात्कार

यह वर्ष, सहजयोग की प्रणेता प पू श्री माता जी निर्मला देवी जी के जन्मशताब्दी वर्ष के रूप में सम्पूर्ण विश्व में अत्यंत भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के अंतर्गत सहजयोग केंद्र देहरादून द्वारा दिनांक 29 जनवरी 2023 को आइ आर डी टी सभागार (निकट सर्वे चौक, देहरादून) में विश्व भर से आए हुए, सहज योग से लाभान्वित लगभग 21 देशों के संगीतज्ञों व कलाकारों के माध्यम से सहज संगीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम मैं आमंत्रित  सत्य के साधक  ने संगीत व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया, साथ ही सहज योग की जानकारी एवं सूक्ष्म अनुभव प्राप्त किया। 150 से  अधिक  नए साधकों ने सहज योग संगीत का आनंद लिया और दिव्य आत्मसाक्षात्कार का अनुभव प्राप्त किया।

कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहजयोगी डॉ. एमएन झा एवं  हेमा चुफाल ने किया।  इस अवसर पर सहजयोग के देहरादून केंद्र समन्वयक एम एस तोमर ने बताया कि परम पूज्य श्री माता जी निर्मला देवी जी द्वारा रचित ‘सहज योग’ समस्त विश्व में विगत 52 वर्षों से मनुष्य को सुख, शांति व समाधान में स्थापित करने हेतु सतत प्रयत्नशील रहा है । लाखों की संख्या में बिना किसी भेदभाव के सत्य के साधकों ने इस सहज ध्यान पद्धति से अनेकों लाभ प्राप्त किये हैं। वास्तव में मानव कल्याण की दृष्टि से देखा जाय तो यह परम पूज्य श्री माता जी की मानवमात्र के लिए एक अनुपम भेंट एवं उपहार है।

 

उत्तराखंड सहजयोग के राज्य समन्वयक सतीश सिंघल ने जानकारी देते हुए बताया कि आत्म साक्षात्कार बहुत ही सरल प्रक्रिया है जो कि केवल इच्छा मात्र करने से साधकों को प्राप्त हो जाती है।  सहजयोग में बिना किसी विशेष प्रयास के कुंडलिनी जागरण द्वारा सहज ध्यान द्वारा इसे प्राप्त किया जा सकता है। सहजयोग केंद्र विश्व के 140 से अधिक देशों में स्थापित हैं और सभी जाति धर्म संप्रदाय व विचारधारा के लोग इसका लाभ उठा रहे हैं ।

 

उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल को मुख्य अथिति एवं मेयर नगर निगम देहरादून श्री सुनील उनियाल (गामा) को बतौर विशिष्ठ अतिथि इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था । अपने संक्षिप्त उदबोधन में मुख्य अतिथि कुसुम कंडवाल ने योग को आज के दौर में समस्त समाज की आवश्यकता बताई एवं इस दिशा में सहजयोग के योगदान की सराहना की।  देहरादून के मेयर श्री सुनील उनियाल जी ने परमपूज्य श्री माता जी निर्मला देवी जी के आध्यात्मिक व दिव्य व्यक्तित्व को नमन करते हुए कहा कि उनके संदेश को जन जन तक पहुंचना चाहिए ताकि भारतीय संस्कृति की जानकारी समस्त विश्व तक पहुंचे और मानव के अंदर शांति एवं सद्भाव स्थापित हो सके।

 

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सहजयोग से लाभान्वित पुरुष महिलायें युवा एवं बाल शक्ति के सदस्य उपस्थित थे। काफी साधक स्वेच्छा से कार्यक्रम मे शामिल हुए एवं उन्होंने सहजयोग की जानकारी एवं अनुभव प्राप्त किये।

स्टेट कॉर्डिनेटर सतीश सिंघल ने कहा कि कार्यक्रम में प्रवेश पूरी तरह निशुल्क है और कोई भी साधक संगीत का आनंद ले सकता है। कुण्डलिनी जागरण के माध्यम से आत्म बोध की कला का अध्ययन सीख सकता है। परम पूज्य श्री माता जी निर्मला देवी द्वारा दी जा रही एक सच्ची निस्वार्थ ध्यान तकनीक है। राज्य युवाशक्ति कॉर्डिनेटर डॉ. रोमिल भटकोटी ने बताया कि 13 राज्यों के 33 शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे इसके बाद जत्था यमुनानगर और कुरुक्षेत्र के लिए रवाना होगा।

 

सहजयोग से जुड़े सदस्यों में डॉ आर के मज़ारी, पी एस पाल, राकेश शर्मा, ए पी सिंह, अरविन्द मलिक, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, डॉ रोमिल भटकोटी, अशोक सोनी, चमन कुकरेजा, ग्रुप कैप्टन सी एस मिश्रा, वी के अरोरा एवं संजय शांडिल्य, हेमा  आदि उपस्थित थे ।

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