चारधाम और श्री हेमकुंड साहिब के लिए सरकार की क्या व्यवस्था, लागू किया गया गेट सिस्टम
आज गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने चारधामों में राज्य सरकार की ओर से की गई तैयारियों व व्यवस्थाओं को लेकर सचिवालय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 14 मई तक ऑनलाइन 26 लाख 73 हजार 519 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। गंगोत्री में 4 लाख 21 हजार 366, यमुनोत्री में 4 लाख 78 हजार 576, श्री बद्रीनाथ धाम में 9 लाख 7,060 और केदारनाथ धाम में कुल 8 लाख 13 हजार 558 जबकि श्री हेमकुंड साहिब के लिए 59,312 पंजीकरण हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि हरिद्वार एवं ऋषिकेश में 8 से 14 मई तक ऑफलाइन के माध्यम से कुल 1,42,641 पंजीकरण हुए हैं। जिसमें से यमुनोत्री में 59,158, गंगोत्री में 51,378, केदारनाथ में 1,26,306 व बद्रीनाथ धाम में 39,574 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री धाम में 5 Km का रास्ता बेहद संकरा है और यहां पर एक समय में सीमित संख्या में ही लोग आवागमन कर सकते हैं। पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, इससे कुछ परेशानियां हो रही हैं, लेकिन इन्हें भी दूर करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनको सुरक्षित वापस पहुँचाना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। यात्रियों की सुरक्षा हेतु उन्हें यमुनोत्री व गंगोत्री मार्ग पर ठहराया भी जा रहा है। सूखी टॉप से लौटते समय व गंगनानी से आगे गेट सिस्टम लागू किया गया है। गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि बल्क एसएमएस के माध्यम से होल्ड रेश्यो की जानकारी दी जा रही है कि उन्हें कितनी देर और रुकना होगा।