उत्तराखंड

मौत को छूकर वापस आई बच्ची, उफनते नाले में बही….ऐसे बची जान

टिहरी। उत्तराखंड में कुदरत का कहर बरस रहा है। आफत की बारिश ने सभी का जीना मुहाल किया हुआ है। भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। वहीं लोग जान जोखिम में डालकर नदी नालों को पार करने को भी मजबूर हैं। टिहरी में उफनते नाले में एक छात्रा बह गई है। जिसके बाद छात्रा के लिये कुछ लोग देवदूत बनकर सामने आए। जिन्होंने जान जोखिम में डालकर बहती छात्रा को बचा लिया।

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मामला टिहरी जनपद के बालगंगा तहसील स्थित छतियारा गांव का है। जहां 10वीं की छात्रा सुबह स्कूल जाते समय उफनते नाले में बह गई। इस दौरान छात्रा 200 मीटर तक तेज लहर में बहती चली गई। बता दें कि परिजन भी छात्रा के साथ छतियारा नाले पार कराने के लिए साथ गए। नाले पार कराने के लिए छात्रा की मां विनीता देवी भी साथ गई हुई थी थी। जैसे ही मां विनीता देवी ने बेटी का हाथ पकड़कर नाला पार कराने लगी, बीच में पहुंचते ही मां का हाथ छूट गया और छात्रा नाले के तेज बहाव में बहने लगी। मौके पर मौजूद लोगों ने जब इस मंजर को देखा तो वो नाले में कूद गए और बमुश्किल छात्रा को नाले से बाहर निकाला।नाले के तेज बहाव में बहने से छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसके बाद उसे बिल्लेश्वर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने उप जिलाधिकारी घनसाली को मौके पर जाकर छात्रा के इलाज की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

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