उत्तराखंड

स्टेप: बेटी की शादी का कर्ज़ पहुंचा गया भगवान के पास, पुलिस जांच शुरू,

यूपी। आर्थिक तंगी और सूदखोरों के कर्ज से परेशान एक और किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हाल ही में बांदा के एक किसान ने अपनी बेटी की शादी की थी, उसमें भी कर्ज लिया था। किसान ने जितना पैसा लिया था उस हिसाब से खेत में पैदावर बिल्कुल नहीं थी। इसी दौरान किसान उदय भान (45) ने 6 दिन पहले अपनी बड़ी बेटी सुधा की शादी की थी।किसान ने गांव के लोगों से 5 लाख रुपए कर्ज लिया था। इसी के चलते ये लोग कर्ज अदा करने के लिए दबाव बना रहे थे और रोज घर में बेज्जती करने आते थे। वहीं मामले में जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने लेखपाल, नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम से 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें 👉  “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय” — सीएम धामी

बांदा के बिसंडा थाना क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी किसान उदय भान ने 1 सप्ताह पहले अपनी बड़ी बेटी सुधा की शादी की थी। शादी में उदय भान ने गांव के लोगों से लगभग ₹500000 कर्ज लिया था कुछ लोग कर्ज अदायगी का दबाव बना रहे थे। शनिवार की रात कमरे के अंदर पंखे के ऊपर रस्सी का फंदा डालकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद घर में हाहाकार मच गया। परिजनों के अनुसार सुबह जब उदय भान घर से बाहर नहीं निकले तो घरवालों ने कुंडी खट खटाई लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई, ना ही कोई हरकत हुई। इससे परिवार वाले चिंतित हुए और उन्होंने पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर पहुंचे। सब देखकर अवाक रह गए उक्त किसान का शव पंखे से हुक में झूल रहा था. परिवार में चीख-पुकार मच गई, फंदा काट कर शव को नीचे उतारा गया।

यह भी पढ़ें 👉  बैठक: धामी सरकार के संज्ञान में पहुँचा विवाद, 29 अगस्त को निर्णायक बैठक

सूचना पाते ही थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया. पंचनामा भरकर फिंगर एक्सपर्ट को बुलाकर सारी फॉर्मेलिटी पूरी की गई और लाश को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया। स्थानीय पुलिस के अनुसार जो लोग कर्ज अदायगी का दबाव बना रहे थे उनके खिलाफ जांच शुरू हो गई है, पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। थाना इंचार्ज के अनुसार यदि तहरीर आती है तो उसमें मुकदमा भी पंजीकृत किया जाएगा। मामला बिसंडा थाना क्षेत्र का है. जहां 6 दिन पहले किसान ने बेटी के हाथ पीले किए थे। गरीब किसान द्वारा इस तरह से आत्महत्या किया जाना कहीं ना कहीं सिस्टम को झकझोर कर रख देता है।

यह भी पढ़ें 👉  गुरुकुल कांगड़ी कर्मचारियों का आंदोलन 48वें दिन भी जारी, मिला ग्रीनमैन विजयपाल सिंह बघेल का समर्थन
SGRRU Classified Ad
72 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

To Top