दिल्ली : सीनियर आईएएस अधिकारी और झारखंड में उद्योग और खान सचिव पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई है। बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा फंड में 18 करोड़ रुपए के कथित गबन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघर के परिसर सहित कई अन्य ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी की। झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में 18 परिसरों में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की गई है। रांची के एक अस्पताल को भी झापेमारी के दायरे में लिया गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सिंघल 2000 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं और पहले खूंटी जिले में डीसी के रूप में तैनात थीं। यह मामला झारखंड के जूनियर अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ 2020 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएमएलए के तहत दर्ज मामले से जुड़ा है। राम बिनोद प्रसाद को 17 जून 2020 को पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से ईडी ने गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सिन्हा के खिलाफ झारखंड विजिलेंस ब्यूरो की ओर से दर्ज किए गए 16 एफआईआर और दायर चार्जशीट का संज्ञान लिया था, जिसके मुताबिक सिन्हा पर 18.06 करोड़ रुपए के सरकार फंड के दुरुपयोग का आरोप था। आरोप है कि अप्रैल 1 2008 से 21 मार्च 2011 के बीच जूनियर इंजीनियर के रूप में काम करते हुए सिन्हा ने सरकारी धन का गबन किया। उन्होंने इस धन को अपने और परिवार के सदस्यों के नाम से निवेश किया। सिन्हा के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत विजिलेंस ब्यूरो ने केस दर्ज किया था। जिस पर कार्रवाई की गई है।
वहीं लोग सोशल मीडिया पर महिला आईएएस अधिकारियों को लेकर काफी लानत मलामत कर रहे हैं। लोगों की तरफ से महिला आईएएस अधिकारी को लेकर मीम्स की बाढ़ आई हुई है। वहीं, कई लोग जनता के पैसे के दुरुपयोग की बात कह उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने की बात भी कह रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इसे महिला सशक्तीकरण से जोड़कर भी तंज कस रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आ रही प्रतिक्रिया पर एक महिला आईपीएस अधिकारी सामने आई हैं। आईपीएस डी रूपा ने ट्वीट कर ऐसे लोगों को जवाब दिया है।
एक चूक और सभी औरतों को कोसा जा रहा है
आईपीएस अधिकारी डी. रूपा ने ट्वीट में लिखा, ये वाकई दर्द देने वाला है। इधर-उधर की एक चूक और सारी औरतें को कोसा जा रहा है। किसी भी चीज को लेकर आम राय ठीक नहीं है। लेकिन इससे भी अधिक दर्द यह है कि इसमें एक शानदार बैचमेट शामिल है, जिसे हम मसूरी अकादमी में ट्रेनिंग के दौरान ‘भविष्य के कैबिनेट सचिव’ कहते थे।




