वचन:टूटी साड़ी का टुकड़ा, टूटा नहीं भरोसा—धराली की राखी पर मुख्यमंत्री ने दिया सुरक्षा का वचन


-धराली आपदा के बीच राखी का अनमोल बंधन—दिल से जुड़ी मुख्यमंत्री और धराली की बहन
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को धराली और हर्षिल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों का हालचाल लिया। उन्होंने आपदा का साहसपूर्वक सामना करने वाली स्थानीय माताओं-बहनों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना और भरोसा दिलाया कि इस कठिन समय में पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी न हो। उन्होंने बताया कि फंसे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू कर उनके गंतव्य तक पहुंचाने का कार्य लगातार जारी है। मोबाइल सेवाएं बहाल हो चुकी हैं, क्षतिग्रस्त मार्गों को खोलने का कार्य तेज़ी से चल रहा है, और गंगनानी के पास बेली ब्रिज का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस क्षेत्र में पूर्ण कनेक्टिविटी बहाल कर दी जाएगी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री एक भावुक पल के साक्षी बने। धराली में एक बहन ने अपनी साड़ी का किनारा फाड़कर राखी के प्रतीक के रूप में उनकी कलाई पर बांधा। मुख्यमंत्री ने कहा, “ना थाली, ना चंदन—सिर्फ कपड़े का एक टुकड़ा—लेकिन उसमें रिश्ते का सच्चा एहसास, सुरक्षा का वचन और मानवता का सबसे सुंदर रूप समाया था। यह राखी भरोसे, अपनत्व और उस रिश्ते का प्रतीक है जो खून से नहीं, दिल से जुड़ता है।”
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस राखी में एक बहन की प्रार्थना और एक भाई के कंधों पर आया नया दायित्व समाया है, जिसे वह पूरी निष्ठा से निभाएंगे।


