भारत में टेनिस को ऐतिहासिक मुकाम पर ले जाने वाली टेनिस स्टार और चैंपियन सानिया मिर्ज़ा ने अपने प्रोफेशनल करियर को अलविदा कहने का मन बना लिया है. सानिया ने अपने प्रोफेशनल टेनिस करियर से संन्यास का ऐलान कर दिया है. वो अगले महीने दुबई टेनिस चैम्पियनशिप में खेलेंगी, जो उनका आखिरी चैंपियनशिप गेम होगा. पूर्व डबल्स नंबर एक सानिया मिर्जा ने एक इंटरव्यू में कहा है कि 19 फरवरी से शुरू होने वाले WTA 1000 इवेंट दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद टेनिस से संन्यास ले लेंगी.
बता दें कि सानिया ने भारत के लिए 6 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किए हैं. उन्होंने डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन (2016), विम्बलडन (2015) और यूएस ओपन (2015) खिताब जीता है. इसके अलावा उन्होंने मिक्स्ड डबल्स में भी तीन ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009), फ्रेंच ओपन (2012) और यूएस ओपन (2014) खिताब जीते हैं.
पहले से था रिटायरमेंट प्लान
सानिया पिछले साल ही रिटायर होने वाली थीं, लेकिन सानिया पिछले कुछ समय से चोट से जूझ रही हैं, जिसके चलते वो किसी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाई थीं. इसलिए उन्होंने अपना रिटायरमेंट प्लान बदल दिया था.
WTATennis से हुई बातचीत में सानिया ने बताया कि वो अपने शर्तों पर रिटायर होना चाहती थीं, और पिछले सीजन में ही विदाई लेने वाली थीं, लेकिन एल्बो इंजरी के चलते उन्हें यूएस ओपन से बाहर होना पड़ा था. अगस्त, 2022 के बाद से वो किसी टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बनी हैं. फिलहाल अब वो जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन में कज़ाकस्तान की अन्ना दानिलीना के साथ नजर आएंगी. सानिया ने कहा कि “मैं जिस तरह की इंसान हूं, मुझे अपने शर्तों पर जीने की आदत है तो मैं किसी चोट की वजह से नहीं जाऊंगी, इसलिए मैं ट्रेनिंग कर रही हूं.” उन्होंने बताया कि उनका प्लान दुबई में दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप से रिटायर होने का है.
संन्यास के बीच कहां हैं सानिया मिर्ज़ा का फोकस
सानिया पिछले 10 सालों से दुबई में रह रही हैं. उनका 4 साल का बेटा है इज़हान. उन्होंने हाल ही में वहां पर अपनी एक टेनिस अकेडमी खोली है, जो अभी तीन लोकेशन पर काम कर रही है और आने वाले वक्त में इसे दो और लोकेशन पर खोलने का काम चल रहा है. उनका फोकस टेनिस को लोगों के घर तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि यूएई में इंफ्रास्ट्रक्चर है, रिसोर्सेज़ हैं, लेकिन प्लेयर्स नहीं हैं. तो वो इस समस्या को हल करने में मदद करना चाहती हैं.


