देहरादून। राजनीति भी क्या क्या नहीं करवाती,आखिर सत्ता जो पानी है। उत्तराखंड के आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ऐसे नजारे देखने को मिल रहे हैं। चुनाव के नजदीक आते ऐसे ऐसी योजनाएं आने लगती हैं कि जनता खुद हैरान हो जाती है कि पूरे शासन काल मे जिन पदों पर भर्तियां ही नही थी वंहा अचानक से बम्मपर दाखिले होने लगे।
खैर राजनीति की कोई सीमा नही है। सत्ता को पाना है तो ये सब करना पड़ता है। लेकिन आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में एक ऐसी योजना की घोषणा कर दी जिससे पहाड़ की बेटी बहु को हकीकत में इसका लाभ मिलेगा। शाह ने “मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना” का विधिवत शुभारंभ किया।
इस योजना से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी। घसियारी योजना के तहत पशुपालकों को पशुआहार (साइलेज) के 25 से 30 किलो के वैक्यूम पैक्ड बैग उपलब्ध कराए जाएंगे।
इससे दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फीसद तक वृद्धि होगी। इस योजना के लागू होने से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी।
अपने देहरादून दौरे के दौरान अमित शाह ने योजना का शुभारंभ करने से पूर्व सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेशन का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने आपदा के दौरान उत्तराखंड पहुंच कर हालातों का जायजा लेने पर गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताया।




