उत्तराखंड

Politics: धामी सरकार का मंत्रिमंडल अपने अंदाज का, सतपाल, डॉ धन सिंह को भी अहम जिम्मेदारी

देहरादून। मंत्रिमंडल में विभाग बंटवारे को लेकर धामी-2 सरकार में कुछ विशेष ही हुआ है। लिहाजा इसे धामी का जलवा ही कहेंगे। सूत्रों के अनुसार जेपी नड्डा ने भी इन पर अपनी सहमति जताई है। वंही धामी-2 सरकार में मंत्री सतपाल महाराज और डॉ. धन सिंह रावत कद्दावर होकर उभरे हैं। मंत्रियों के विभागों की सूची मंगलवार रात 9:15 बजे मीडिया को जारी कर दी गई थी, लेकिन फौरन बाद इसे मौखिक रूप से रोकने के लिए कहा गया। दो घंटे 26 मिनट बाद दोबारा वही सूची जारी की गई। हालांकि, इस बात का खुलासा नहीं हो सका कि ढाई घंटे तक सूची को रुकवाने का कारण क्या था? महाराज को उनके महकमों के साथ ही ग्रामीण निर्माण एवं पंचायतीराज नया विभाग मिला।

धन सिंह को उत्तराखंड के सबसे बड़े और चुनौतीपूर्ण विद्यालयी शिक्षा विभाग की नई जिम्मेदारी मिली। उनके पुराने सहकारिता, स्वास्थ्य विभाग नई सरकार में भी बहाल रखे गए हैं। वहीं, नए मंत्रियों में प्रेमचंद अग्रवाल वजनदार विभाग पाने में कामयाब रहे हैं। संसदीय कार्यमंत्री का अहम विभाग सीएम ने उन्हें पहले ही दे दिया था। अब शहरी विकास-आवास जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी उन्हें मिली है। पहले ये विभाग मदन कौशिक के पास थे। गणेश जोशी का जलवा इस सरकार में भी कायम है। उन्हें सैनिक कल्याण विभाग तो मिला ही है, ग्राम्य विकास, कृषि एवं कृषि शिक्षा जैसे अहम विभागो की जिम्मेदारी भी सीएम ने जोशी को सौंपी। वहीं, रेखा आर्य से पशुपालन, दुग्ध विकास सरीखे विभाग हटाकर उन्हें खाद्य विभाग जैसा अहम विभाग दिया गया। महिला सशक्तिकरण बाल विकास विभाग दोबारा मिला है।

यह भी पढ़ें 👉  Uttarakhand: रुद्रप्रयाग हादसे के बाद सीएम धामी की यात्रियों से अपील, पर्वतीय मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतें

सुबोध को झटका: सुबोध उनियाल को जरूर बड़े विभाग के रूप में वन और तकनीकी शिक्षा मिले हैं। लेकिन, उनकी पसंद के कृषि और उद्यान विभाग उनसे ले लिए गए हैं। नए विभाग के रूप में सुबोध को अपेक्षाकृत कम महत्व के भाषा एवं निर्वाचन मिले। धामी-एक सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री का जिम्मा डॉ. हरक सिंह रावत के पास था, लेकिन इस बार सीएम ने वन तो सुबोध को दे दिया, लेकिन पर्यावरण अपने पास ही रखा है।

यह भी पढ़ें 👉  Uttarakhand: सीएम धामी के निर्देश, गंगा व अन्य नदियों के किनारे अतिक्रमण हटाने के लिए चलेगा अभियान

चंदन को भी बड़ी जिम्मेदारी: पहली बार मंत्री बने चंदन रामदास को समाज कल्याण विभाग जैसा बड़ा महकमा मिला है। वो परिवहन विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण, एमएसएमई विभाग का दायित्व भी संभालेंगे।

हाईकमान के भरोसे पर खरे उतरे सीएम धामी
सीएम पुष्कर धामी लगातार भाजपा हाईकमान का विश्वास जीत रहे हैं। चुनाव हारने के बावजूद हाईकमान ने सीएम के रूप में उन्हें दोबारा बागडोर सौंपी। अब विभाग आवंटन में धामी का सिक्का चला। माना जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी पसंद पर मुहर लगाई। सूत्रों ने बताया कि, कुछ मंत्री विभागों को लेकर खुश नहीं हैं।

समान प्रकृति के विभाग विभिन्न मंत्रियों के हिस्से
समान प्रकृति के विभाग अलग-अलग मंत्रियों के हिस्से आएं हैं। इसे तालमेल की कमी के तौर पर देखा जा रहा है। उदाहरण के तौर पर सीएम ने पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन अपने पास रखा। वन विभाग मंत्री सुबोध उनियाल के पास है। श्रम विभाग भी सीएम के पास है तो कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा देखेंगे। तकनीकी शिक्षा सुबोध देखेंगे, लेकिन विद्यालयी एवं उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी धन सिंह को दी गई। पर्यटन विभाग महाराज देखेंगे, नागरिक उड्डयन धामी खुद संभालेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  हिमालय की चट्टानों को चीरती भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग तैयार — समय से पहले रचा इतिहास!

विभाग बंटवारे को लेकर असमंजस में रहे मंत्री
विभागों के बंटवारे की सूची को लेकर ज्यादातर मंत्री असमंजस में रहे। कई मंत्री काफी देर तक लिस्ट कन्फर्म कराने में जुटे रहे। हालांकि, काफी देर तक सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट न किए जाने से असमंजस की स्थिति बनी रही। मंगलवार रात सोशल मीडिया में सूची जारी होने के बाद मंत्रियों को फोन पर बधाई का सिलसिला शुरू हो गया। लिस्ट आधिकारिक रूप से जारी नहीं हुई थी। इस कारण, मंत्री अपने सोर्सेज से लिस्ट कन्फर्म कराने में जुट गए। जब आधिकारिक सूची जारी नहीं हुई तो समर्थकों ने इसी सूची को शेयर करना शुरू कर दिया।

302 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

To Top