उत्तराखंड

एमडीडीए के रवैये से पशुलोक विस्थापित क्षेत्र की जनता परेशान

ऋषिकेश। पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारी पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहे हैं। अधिकारियों के इस रवैये से क्षेत्र के लोग परेशान हैं। लोगों का आरोप है कि विस्थापित क्षेत्र में बिना नक्शा पास कराए बड़े-बड़े टावर बनाए जा रहे हैं। जिन पर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारी सीलिंग के कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जबकि कमिश्नर की ओर से मिली छूट के बावजूद पुराने निर्माण को तोड़कर नए निर्माण करने वाले लोगों के छोटे-छोटे घरों को सील करने की कार्रवाई अधिकारी कर रहे हैं।
बता दें कि आज पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में निर्माणाधीन एक मकान को सील करने के लिए एमडीडीए के अधिकारी पहुंचे। अधिकारियों को देखकर क्षेत्र लोगों का पारा चढ़ गया। उन्होंने मकान को सील करने की कार्रवाई का विरोध किया। अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उनका घेराव करते हुए अपना पक्ष भी रखा। लेकिन एमडीडीए के अधिकारियों ने निर्माणधीन मकान को सील कर दिया। सील के साथ निर्माण कर्ताओं को छेड़छाड़ नहीं करने के हिदायत भी दी। इस बात से नाराज क्षेत्रीय लोगों ने अपना गुस्सा दिखाया और पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप एमडीडीए के अधिकारियों पर लगाया। विस्थापित क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठाने वाले हरि सिंह भंडारी ने बताया कि अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एमडीडीए के साथ अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही मोर्चा खोला जाएगा। मकान के बाहरी हिस्से में ब्यूटी पार्लर संचालित करने वाली महिला ने बताया कि उनकी चलती हुई दुकान को भी मकान के साथ सील कर दिया गया है। जबकि जिस घर में लोग रहते हो या दुकान संचालित होती है उस क्षेत्र को सील नियम अनुसार नहीं किया जा सकता। एमडीडीए के अधिकारी अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।

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