गढ़वाल। 2013 केदारनाथ आपदा का मंजर इस युग मे शायद ही भूला जाएगा। वर्ष 2013 केदारनाथ आपदा में ऐसी त्रासदी आई थी,कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 3183 लोगों का लापता हो गया था। आपदा के बाद हरकत में आये शासन-प्रशासन ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगाकर करीब 767 की खोज कर ली थी।
लेकिन अभी भी हजारों लोगों का पता नहीं चल पाया है। ऐसे में एक बार फिर कंकालों की तलाश में बीते मंगलवार से अभियान शुरू किया गया है। इसके लिए 10 टीमें गठित की गई हैं और ये टीमें वासुकीताल, गौरीकुण्ड से केदारनाथ, कालीमठ से चैमासी होते हए रामबाड़ा तक खोज करेंगी। सर्च टीम रामबाड़ा का ऊपरी क्षेत्र, जंगलचट्टी का ऊपरी क्षेत्र, केदारनाथ बेस कैम्प का ऊपरी क्षेत्र, केदारनाथ मन्दिर के आसपास का क्षेत्र, गौरीकुण्ड से गोऊंमुखड़ा, केदारनाथ से चौराबाड़ी व आसपास का क्षेत्र, त्रियुगीनारायण से गरूड़चट्टी होते हुए केदारनाथ, गौरीकुण्ड से मुनकटिया का ऊपरी क्षेत्र होते हुए सोनप्रयाग तक सर्च अभियान चलाएगी।
जानकारी के मुताबिक टीम में एसडीआरएफ, पुलिस व फोरेंसिक लैब सहित कुल 60 कर्मियों की टीम गठित की गयी है। मंगलवार को सभी टीमें खोज मार्ग पर निकल चुकी हैं। अभियान को लेकर एक सवाल यह भी उठ रहा है कि जब इस क्षेत्र में बर्फ नहीं थी तब सरकार ने यह सर्च अभियान क्यों नहीं किया। सरकारी मशीनरी इस अभियान तब शुरू कर रही है जब अधिकतर मार्ग बर्फ से ढके हैं। बहरहाल सर्च अभियान टीम में जुटी टीम को कितनी सफलता मिल पाती है




