जोशीमठ इस समय में बड़े संकट का सामना कर रहा है। भू-धंसाव से लगातार घरों में दरारें पड़ रही है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने प्रस्तावित सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर जोशीमठ पहुंचें। भू-धंसाव से आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी स्थित नृसिंह मंदिर परिसर में भी दरारें आ गई हैं। सीएम आज यहां हालात का जायजा लेने पहुंचे हैं। इस दौरान सीएम ने नरसिंह मंदिर में पूजा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ पहुंचकर मुख्यमंत्री सभी व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। इस दौरान सीएम धामी राहत शिविर में ठहरे लोगों से मुलाकात की। जिसके बाद सीएम धामी आईटीबीपी सभागार में आपदा प्रभावितों के लिए पुर्नवास पैकेज की दर निर्धारित करने को लेकर गठित समिति के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं। इसके अलावा सीएम धामी जोशीमठ में सेना और एनडीआरएफ के अधिकारियों, विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों के अलावा जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य आवश्यक सेवाओं के जिला, स्तरीय अधिकारियों के साथ भी स्थिति की समीक्षा करेंगे।
पुनर्वास और मुआवजे के लिए बन सकती अलग नीति
जोशीमठ भू-धंसाव प्रभावितों के पुनर्वास और मुआवजे के लिए सरकार अलग नीति बना सकती है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 13 जनवरी को कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई गई है। कैबिनेट बैठक में खतरे की जद में आए परिवारों के पुनर्वास से लेकर आपदा के मानकों में शिथिलीकरण और सहायता राशि बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में धारण क्षमता पर नए निर्माण को लेकर भी मंजूरी मिल सकती है। सूत्रों के अनुसार जोशीमठ में यदि भू-धंसाव की स्थिति और बढ़ती है और इससे मुख्य मार्ग भी प्रभावित होता है तो ऐसे में बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था पर भी विचार किया जा सकता है।



