धामी का डेवलपमेंट डोज़: देहरादून को मिला 46 करोड़ की परियोजनाओं का बड़ा पैकेज
देहरादून नगर निगम के 27वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को शहर के लिए 46 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए कहा कि देहरादून को एक आधुनिक, स्वच्छ और सुव्यवस्थित शहर बनाने की दिशा में राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले 27 वर्षों में नगर निगम ने नागरिक सुविधाओं के विस्तार से लेकर शहरी प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन, अमृत योजना, स्मार्ट सिटी मिशन, पीएम स्वनिधि, पीएम आवास और ओडीएफ प्लस सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से देहरादून की आधारभूत संरचना को मजबूत किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि शहर में कचरा प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक मैकेनाइज्ड ट्रांसफर स्टेशन और इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर स्थापित किए गए हैं, जबकि 35 पार्कों का निर्माण, सबसे बड़े योगा थीम पार्क का निर्माण और 50 हजार वर्ग मीटर से अधिक हरित क्षेत्र का विकास शहर को पर्यावरण अनुकूल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया कि रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए ‘रीन्यू रिस्पना’ अभियान चलाया जा रहा है, साथ ही 30 इलेक्ट्रिक बसें और 11 ईवी चार्जिंग स्टेशन शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।

उन्होंने कहा कि देहरादून ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देश में 19वां स्थान और राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में 62वां स्थान पाकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। ट्रैफिक और पार्किंग की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए भूमिगत पार्किंग और रिस्पना-बिंदाल पर एलिवेटेड रोड की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले निगम कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मेयर सौरभ थपलियाल ने विकास कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि नगर निगम देहरादून को एक आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल शहर बनाने के लक्ष्य पर कार्य कर रहा है।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक खजान दास, विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, नगरायुक्त नमामि बंसल सहित पार्षद एवं अधिकारी उपस्थित रहे। इसके तहत विभिन्न सड़कों के सौंदर्यीकरण, फुटपाथ विकास, ग्रीनरी कार्य, मृत पशुओं के लिए गैस आधारित शवदाह गृह, पार्क विकास, मैकेनाइज स्मार्ट पार्किंग और ट्रांसफर स्टेशन सहित कुल 12 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया।
