जन्मभूमि पहुंचे धामी: मां का हाथ थाम टुंडी–बारमौं की गलियों में फिर जगी बचपन की यादें
कुमाऊं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने दो दिवसीय पैतृक क्षेत्र दौरे पर शुक्रवार सुबह अपनी माताजी के साथ कनालीछीना के टुंडी–बारमौं पहुंचे। सोशल मीडिया पर साझा किए भावुक संदेश में उन्होंने कहा कि जन्मभूमि की मिट्टी, बचपन की यादें और गांव की समृद्ध संस्कृति ने उनके व्यक्तित्व को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गांव पहुंचते ही बुजुर्गों का स्नेहिल आशीर्वाद और मातृशक्ति का प्रेम उन्हें भावविभोर कर गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि कई बुजुर्ग आज भी उन्हें बचपन के नाम से पुकारते हैं, जो उनके लिए अनुपम अपनत्व का एहसास है। नौनिहालों और युवाओं की मुस्कुराहटों ने उनकी स्मृतियों को ताजा कर दिया और बचपन की गलियों का हर कदम उन्हें अपनी जड़ों की ओर ले गया। धामी ने कहा कि टुंडी–बारमौं उनके लिए सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि उनकी जड़ें, संस्कार और पहचान है। उन्होंने क्षेत्रवासियों के प्रेम, विश्वास और निरंतर सहयोग को अपनी सबसे बड़ी शक्ति और प्रेरणा बताया, साथ ही कहा कि आज का दिन उनके हृदय में सदैव अंकित रहेगा।
