उत्तराखंड

Chardham Yatra 2023: गणेश मंदिर के कपाट बंद करने के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रियाएं आज 14 नवंबर से शुरू हो जाएंगी। मंगलवार को धार्मिक परंपरा के अनुसार, पूजा-अर्चना और भोग लगने के बाद धाम परिसर में स्थित भगवान गणेश मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बंंद किए जाएंगे।

यह भी पढ़ें 👉  डीएम सविन बंसल की पहल से फिर खिला शिक्षा का दीप, 32 असहाय बालिकाओं को मिली नई उड़ान

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि गणेश मंदिर बंद होने के बाद 15 नवंबर को आदिकेदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद होंगे। इससे पूर्व आदिकेदारेश्वर भगवान को पके चावलों का भोग लगाया जाएगा। 16 को खड़क पुस्तकों को गर्भगृह में रखा जाएगा और इसी के साथ बदरीनाथ धाम में वेद ऋचाओं का वाचन छह माह के लिए बंद हो जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  जन्मभूमि पहुंचे धामी: मां का हाथ थाम टुंडी–बारमौं की गलियों में फिर जगी बचपन की यादें

17 को धाम परिसर में स्थित लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग का आयोजन होगा और 18 नवंबर को मां लक्ष्मी की प्रतिमा को बदरीनाथ गर्भगृह में विराजमान कर गर्भगृह से कुबेर जी, गरुड़ जी और उद्धव जी की प्रतिमा को बाहर लाकर उत्सव डोली में रखा जाएगा। इसके बाद अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंंगे।

यह भी पढ़ें 👉  SGRRU नर्सिंग कॉलेज में फ्रेशर्स पार्टी की धूम, जोश और रंगारंग कार्यक्रमों से गूंजा परिसर
SGRRU Classified Ad

The Latest

To Top