उत्तराखंड

बजट सत्र दूसरा चरण : लोक सभा में प्रश्नकाल, शिक्षा, पर्यटन और वित्त मंत्रालय से होंगे सवाल। पढ़े,,,

नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने के बाद लोक सभा में सरकार से कई अहम सवाल पूछे गए. सांसदों ने शिक्षा मंत्रालय, पर्यटन और वित्त मंत्रालय से सवाल किए. लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होने पर ऑस्ट्रेलिया के संसदीय शिष्टमंडल के भारत दौरे का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि वे पूरे सदन की ओर से ऑस्ट्रेलिया से भारत दौरे पर आए दल का अभिनंदन और स्वागत करते हैं. बिरला ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया से 13 मार्च को भारत आया. इसके बाद यह दल आगरा दौरे पर गया. उन्होंने कहा कि यह दल हैदराबाद की यात्रा भी करेगा. उन्होंने पूरे सदन की तरफ से ऑस्ट्रेलिया की जनता को भी शुभकामनाएं दीं।

इसके बाद उन्होंने तीन पूर्व सांसदों के निधन के संबंध में लोक सभा को सूचना दी. स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि तमिलनाडु के तंजावुर से निर्वाचित पूर्व लोक सभा सांसद का निधन गत 31 जनवरी को हुआ. इसके अलावा कर्नाटक के बागलकोट से निर्वाचित सांसद का निधन एक फरवरी को हुआ. इसके अलावा ओडिशा के पूर्व सांसद का निधन 6 फरवरी को पुरी में हुआ।

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प्रश्नकाल की शुरुआत होने पर बिहार की मुंगेर सीट से निर्वाचित राजीव रंजन सिंह ने 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट और वित्तीय कुप्रबंधन से जुड़ा सवाल किया. उन्होंने कहा कि कोविड काल में सभी राज्यों को मदद मिली, विकासशील राज्यों पर आर्थिक बोझ. बिहार के रेवेन्यू डेफिसिट पर स्पेशल ग्रांट मिलेगा क्या ?

वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने राजीव रंजन के सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों की वित्तीय मदद के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसके बाद राजीव रंजन सिंह ने पूछा कि बिहार के रेवेन्यू डेफिसिट पर केंद्र सरकार क्या सोचती है ? वित्तीय कुप्रबंधन के 17 राज्यों को दो लाख करोड़ से अधिक की मदद मिली. 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के तहत बिहार से जुड़ी 8 परियोजनाओं को कब स्वीकृति मिलेगी ? इस पर वित्त राज्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार बिहार की जरूरतों के प्रति पूरी तरह सजग है।

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महाराष्ट्र की शिरडी लोक सभा सीट से निर्वाचित शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने पूछा कि खेत में काम करने वाले बच्चों को कुशल कामगार बनाने के लिए सरकार क्या योजनाएं चला रही है ? उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी बड़ी समस्या है ऐसे में हॉस्टल जैसे विकल्प पर सरकार क्या विचार कर रही है. उन्होंने पूछा कि ऐसे बच्चों को मुख्यधारा में लाने पर क्या पहल की जा रही है ? इस पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने जवाब दिया।

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तमिलनाडु के विरुधुनगर से निर्वाचित कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने पूछा कि क्या बाल मजदूरी की दलदल में फंसे बच्चों का डेटा सरकार के पास नहीं है ? आर्थिक मदद पर सरकार क्या कर रही है ? इस पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि स्टाइपेंड देने जैसे विकल्पों पर श्रम मंत्रालय लगातार काम कर रहा है।

इसके बाद टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि सरकार का डेटा डायनमिक नहीं है. उन्होंने मजदूरों के बच्चों की स्कूली शिक्षा पर सवाल किया. सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है, इसकी अध्यक्षता कलेक्टर करते हैं. उन्होंने बताया कि पारिवारिक पेशे में काम करने वाले बच्चे बाल मजदूर नहीं माने जाते।

 

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