देहरादून- उत्तराखंड की राजधानी से बड़ी खबर आ रही है। देहरादून नगर निगम में उस वक्त हंगामा मच गया जब निगम की बोर्ड बैठक हो रही थी। इस दौरान वहां आपस में कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद भिड़ घए। ये हंगामा कांग्रेस पार्षद द्वारा राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले को पत्थरबाज कहने पर हुआ। देखते ही देखते मामला गंभीर हो गया। भाजपा पार्षदों ने मीना बिष्ट से माफी मांगने को कहा और कांग्रेस पार्षद मुर्दाबाद के नारे लगाए। हंगामा बढ़ता देख कांग्रेस पार्षद बैठक छोड़कर चली गईं।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सोमवार को नगर निगम में आयोजित बोर्ड बैठक के दौरान चंदर नगर से कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट ने राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले राजेश रावत को पत्थरबाज कह दिया। कहा कि वह गुंडे थे, जिन्होंने दूसरे के घर पर पत्थर फेंका था। जिसके बाद बैठक में हंगामा हो गया और पार्षद आमने-सामने आ गए। भाजपा पार्षद मीना बिष्ट के विरोध में उतर आए और कांग्रेसी पार्षद बोर्ड बैठक से उठ गए।
वहीं बताया जा रहा है कि देहरादून नगर निगम वार्ड-28 की पार्षद मीना बिष्ट ने कहा है कि नई बस्ती चंदर रोड का नाम 50 सालों से है. बस्ती में करीब 6 हजार लोग रहते हैं। नगर निगम द्वारा मुझसे किसी भी तरह की कोई सहमति नहीं ली गई। पार्षद की सहमति से नाम बदलने की प्रक्रिया की जानी चाहिए थी। साथ ही बताया कि अगर कोई किसी के घर पर पत्थर फेंके और घर तोड़े तो वह शहीद नहीं हो सकता है।




