उत्तराखंड

हिमालयन अस्पताल की डॉ. पारुल जिंदल ने रचा इतिहास, आईएसए की राष्ट्रीय गवर्निंग काउंसिल में चुनी गई पहली उत्तर भारतीय महिला

देहरादून। हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (हिम्स) जौलीग्रांट की वरिष्ठ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ. पारुल जिंदल ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा मुकाम हासिल किया है। उन्हें देशभर में 50 हजार से अधिक सदस्यों वाले प्रतिष्ठित संगठन इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट्स (ISA) की राष्ट्रीय गवर्निंग काउंसिल में सदस्य चुना गया है।

डॉ. जिंदल की यह उपलब्धि इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि वह उत्तर भारत से इस पद पर चुनी जाने वाली पहली महिला एनेस्थिसियोलॉजिस्ट बनी हैं। यह सम्मान निश्चेतना विज्ञान के क्षेत्र में उनके लंबे अनुभव, समर्पण और उत्कृष्ट योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता प्रदान करता है।

यह भी पढ़ें 👉  CM धामी ने संविदा व दैनिक वेतन कर्मियों को दी बड़ी राहत, विनियमितीकरण नियमावली-2025 जारी

उन्होंने 30 नवंबर को रायपुर (छत्तीसगढ़) में आयोजित ISA के कार्यक्रम में शपथ लेकर पदभार ग्रहण किया।

पूर्व में डॉ. पारुल जिंदल देहरादून सोसाइटी ऑफ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट्स की अध्यक्ष तथा उत्तराखंड सोसाइटी ऑफ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट्स की राज्य अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण दायित्व निभा चुकी हैं। दोनों पदों पर रहते हुए उन्होंने चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने और युवा डॉक्टरों को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

यह भी पढ़ें 👉  डीएम सविन बंसल संग ‘वॉक फॉर डिस्एबिलिटी’ में चमकी दिव्यांगजनों की मुस्कान

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने डॉ. जिंदल को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसे संस्थान के लिए गौरव का विषय बताते हुए कहा कि उनका निर्वाचन न सिर्फ उत्तर भारत, बल्कि पूरे देश की महिला एनेस्थिसियोलॉजिस्टों के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि डॉ. जिंदल का समर्पण स्वास्थ्य सेवा मानकों को लगातार बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  कल्याण कोष की बैठक में बंशीधर तिवारी का सख्त संदेश—‘पत्रकार हित सर्वोपरि’
SGRRU Classified Ad

The Latest

To Top