समानता फाउंडेशन ने श्यामपुर/लालढांग में बच्चों के लिए आयोजित किया समग्र शिक्षा मेला, विज्ञान और कला में चमकी प्रतिभा


श्यामपुर/लालढांग। शुक्रवार, 26 सितम्बर को गेंडीखात्ता स्थित शहीद मनोज सिंह चौहान राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित समग्र शिक्षा मेला बच्चों के लिए एक प्रेरणा और उत्साह का मंच साबित हुआ। यह मेला बच्चों की कल्पनाशक्ति को उभारने, विज्ञान को रोचक रूप में पेश करने और आत्मविश्वास को नई उड़ान देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
उत्साही भागीदारी और उमंग
मेले का आयोजन समानता फाउंडेशन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में श्यामपुर और लालढांग क्लस्टर के 110 से अधिक बच्चे और 51 शिक्षक पूरे उत्साह और उमंग के साथ शामिल हुए।
थीम आधारित रोचक प्रदर्शनियाँ
मेले में गणित, विज्ञान और भाषा विषयों पर तीन थीम आधारित प्रदर्शनियाँ आयोजित की गईं। GPS, UPS और GIC समूहों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कुल 18 विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
विशेष शुभारंभ
मुख्य अतिथि श्री बृजपाल सिंह राठौड़ (खंड शिक्षा अधिकारी – BEO) ने मेले का शुभारंभ किया। फाउंडेशन की संस्थापक सुश्री तान्या खेरा और प्रशांत आनंद ने शिक्षकों व टीम सदस्यों की मौजूदगी में बच्चों के लिए इस मेले की शुरुआत की।
बच्चों की रचनात्मक प्रस्तुतियाँ
मेले में शिक्षण-सहायक सामग्री (TLMs), गणितीय मॉडल, पर्यावरण संरक्षण उपाय और फेफड़ों की कार्यप्रणाली का मॉडल (गुब्बारे और कागज़ की तिनकों से निर्मित) विशेष आकर्षण रहे। शुरू में संकोच करने वाले बच्चे भी आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुतियाँ देने लगे, जिससे सभी उपस्थित लोग प्रभावित
समानता फाउंडेशन: शिक्षा में नवाचार और समाज परिवर्तन की मिसाल
गुनीत सेखों (टीम लीडर) ने बताया कि फाउंडेशन 3 से 14 साल के बच्चों को बुनियादी साक्षरता, स्कूल प्रक्रियाओं और टीचर ट्रेनिंग के माध्यम से सर्वांगीण विकास की दिशा में काम कर रहा है। उनका कहना है कि बच्चों में तार्किक सोच और जिम्मेदारी की भावना विकसित करना हमारी प्राथमिकता है।
अभियान की खासियत
फाउंडेशन शिक्षा को सिर्फ स्कूल तक सीमित नहीं रखता, बल्कि स्थानीय समुदाय, अभिभावक और शिक्षकों को जोड़कर समस्याओं का स्थायी समाधान खोजने का प्रयास करता है।
बच्चों के लिए सीख और लाभ
बच्चे न केवल पढ़ाई में दक्ष बन रहे हैं, बल्कि आत्मविश्वास, टीमवर्क और सामाजिक जिम्मेदारी भी सीख रहे हैं। इससे उनका सर्वांगीण और सकारात्मक विकास हो रहा है।
भविष्य की योजना
फाउंडेशन का लक्ष्य है कि यह मॉडल अन्य ब्लॉकों और जिलों तक पहुंचे, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षा का लाभ मिले और समाज में सकारात्मक बदलाव आए।



