हिमालय की चट्टानों को चीरती भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग तैयार — समय से पहले रचा इतिहास!


देवप्रयाग/उत्तराखंड।भारतीय रेलवे ने एक और नया कीर्तिमान स्थापित कर लिया है। उत्तराखंड के दुर्गम हिमालयी क्षेत्र में भारत की सबसे लंबी परिवहन सुरंग — 14.58 किलोमीटर लंबी रेल सुरंग — का निर्माण कार्य समय से पहले पूरा कर लिया गया है। यह सुरंग “ऋषिकेश-करनप्रयाग नई ब्रॉडगेज रेललाइन परियोजना” के पैकेज नंबर 04 के तहत देवप्रयाग से जनासू के बीच बनाई गई है।
यह परियोजना कई मायनों में ऐतिहासिक रही है, क्योंकि पहली बार भारतीय रेलवे ने किसी हिमालयी क्षेत्र में TBM (टनल बोरिंग मशीन) तकनीक का इस्तेमाल किया है।
परियोजना में कुल दो TBM ड्राइव किए गए:
डाउनलाइन टनल: 10.29 किमी
अपलाइन टनल: 10.47 किमी
औसतन हर महीने 407 मीटर सुरंग की खुदाई की गई, जिसमें एक महीने में रिकॉर्ड 706 मीटर की खुदाई की गई – जो विश्व रिकॉर्ड है।
इसके अलावा, एक ही दिन में 42.5 मीटर की खुदाई भी एक अनोखा कीर्तिमान है।
TBM-2 (शिव): तकनीकी विवरण
प्रकार: सिंगल शील्ड हार्ड रॉक TBM
व्यास: 9.11 मीटर
लंबाई: 140 मीटर
वज़न: 1900 मीट्रिक टन
लॉन्च तिथि (अनुसूची): 27 फरवरी 2023
वास्तविक लॉन्च: 1 मार्च 2023 (निर्धारित समयानुसार)
ब्रेकथ्रू तिथि (अनुसूची): 30 जून 2025
वास्तविक ब्रेकथ्रू: 29 जून 2025 (एक दिन पहले)
NATM (न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड)
कुल लंबाई: 4.11 किमी (ट्विन टनल)
शाफ्ट के माध्यम से अधिकतम खुदाई: 104 मीटर/माह
यह परियोजना देश के रेल नेटवर्क को पहाड़ी इलाकों तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आधुनिक तकनीक, कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और प्रतिबद्ध इंजीनियरिंग टीम के बल पर यह सपना समय से पहले साकार हुआ है।




