Entertainment

मसूरी:पर्यटन नगरी मे किसी की है ये दबंगई,जनता उत्तरी सड़क पर,दोषी कौन? पर्यटन या निजी ठेकेदार 

देहरादून। मसूरी में जॉर्ज एवरेस्ट हाथीपांव पर हाल ही में लगाए गए अवैध बैरियर और टोल वसूली के खिलाफ स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। आरोप हैं कि पर्यटन विभाग द्वारा एक निजी ठेकेदार के साथ मिलकर यह बैरियर लगाया गया, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच असंतोष फैल गया है। व्यापारियों का कहना है कि इस अवैध व्यवस्था से न केवल उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है, बल्कि पर्यटन भी प्रभावित हो सकता है।

 

स्थानीय समस्या का विस्तार

जॉर्ज एवरेस्ट हाथीपांव, मसूरी, जिसे पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है, हाल ही में अवैध बैरियर और टोल वसूली के कारण विवादों में है। पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित किए गए इस बैरियर ने स्थानीय निवासियों के लिए कठिनाइयाँ बढ़ा दी हैं। बैरियर से गुजरने वाले सभी लोगों से बिना कानूनी अनुमति के टोल वसूली की जा रही है, जिससे न केवल आम लोगों को परेशानी हो रही है, बल्कि स्थानीय दुकानदारों और ज़मीन मालिकों पर भी आर्थिक बोझ बढ़ गया है।

यह भी पढ़ें 👉  बैठक: धामी सरकार के संज्ञान में पहुँचा विवाद, 29 अगस्त को निर्णायक बैठक

 

विरोध और मांगें

इस अवैध बैरियर और टोल संचालन के खिलाफ स्थानीय समुदाय में आक्रोश है। व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किए हैं, जिसमें उन्होंने इस अवैध व्यवस्था को तुरंत हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि यह बैरियर उनके अधिकारों का हनन है और उन्हें अवैध रूप से उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  गुरुकुल कांगड़ी कर्मचारियों का आंदोलन 48वें दिन भी जारी, मिला ग्रीनमैन विजयपाल सिंह बघेल का समर्थन

व्यापारियों की कठिनाइयाँ

मसूरी के स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि इस अवैध टोल वसूली के कारण पर्यटकों की संख्या में कमी आ रही है, जिससे उनके व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। वे यह भी कहते हैं कि पर्यटन से प्राप्त राजस्व राज्य की आर्थिक स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और ऐसे में यह अवैध वसूली पर्यटन को प्रभावित कर रही है।

 

स्थानीय निवासियों का संघर्ष

स्थानीय निवासी, जो इस क्षेत्र में पीढ़ियों से रह रहे हैं, इस अवैध बैरियर को हटाने के लिए अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस प्रकार के अवैध निर्माण और टोल वसूली से उनकी दैनिक दिनचर्या में बाधा आ रही है और वे अपने पारंपरिक अधिकारों से वंचित हो रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  थराली आपदा के घायलों का एम्स ऋषिकेश में इलाज, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सख्त निर्देश— लापरवाही बर्दाश्त नहीं

आवश्यक कार्रवाई की मांग

स्थानीय समुदाय ने सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और अवैध बैरियर को हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे अपना विरोध और तेज़ करेंगे।

 

अधिकारियों से निवेदन किया जा रहा है कि वे स्थानीय व्यापारियों और निवासियों के हितों की रक्षा करें और इस विवाद का शीघ्र निपटारा करें।

 

 

 

 

SGRRU Classified Ad

The Latest

To Top