देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों मौसम रूखा बना हुआ है। लगातार पारा गिरने से ठंड बढ़ गई है। जहां मैदानी इलाकों में कोहरा छा रहा है तो वहीं, पहाड़ी जिलों में पाला पड़ने से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान में आई भारी गिरावट के कारण नदी, नाले और झरने भी जमने लगे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने पूर्वानूमान जारी किया है। जिसके तहत क्रिसमस और न्यू ईयर पर उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों का बर्फबारी देखने का इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है। मौसम विभाग ने मसूरी के साथ ही राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 27 दिसंबर के बाद बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में अभी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हुआ है। यही कारण है कि हर साल दिसंबर में जो मौसम रहता है, वह इस बार देखने को नहीं मिल रहा है। फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और अफगानिस्तान के कुछ इलाकों में सक्रिय है। उन्होंने संभावना जताई कि 27 दिसंबर के बाद राज्य के मैदान से लेकर पहाड़ तक मौसम करवट बदल सकता है। वही 26, 27 दिसंबर को उत्तरकाशी और चमोली में 35 मीटर की ऊंचाई पर बर्फबारी के आसार हैं। इसी तरह पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद बारिश और बर्फबारी की संभावना है। बता दें कि राज्य के पर्यटन स्थलों मसूरी, धनोल्टी, औली, हर्षिल समेत कई इलाकों में बर्फबारी देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक उमड़ते हैं।



