पिथौरागढ़: मतदान की गोपनीयता और स्वतंत्र मतदान के अधिकार का उल्लंघन करने संबंधी वायरल वीडियो को लेकर पिथौरागढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में 2-कुमाऊं रेजीमेंट के चार लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया है. जिसमें पूछताछ और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि पोस्टल बैलेट से एकमुश्त मतदान करने संबंधी वीडियो जम्मू में बनाया गया था. वायरल वीडियो में सेना की वर्दी पहने एक ही व्यक्ति अन्य वोटरों के नाम से भी वोटिंग कर रहा है। एक ही उम्मीदवार या पार्टी से संबंधित प्रत्याशी के नाम के आगे टिक कर रहा है. बता दें कि पिछले एक सप्ताह से ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सोशल मीडिया में ये वीडियो जारी करते हुए इसे लोकतंत्र का मजाक बताया। उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर संज्ञान लेने की अपील की थी।
एक छोटा #वीडियो सबकी जानकारी के लिए वायरल कर रहा हूंँ, इसमें एक #आर्मी के सेंटर में किस प्रकार से एक ही व्यक्ति सारे #वोटों को टिक कर रहा है और यहां तक कि सभी लोगों के हस्ताक्षर भी वही कर रहा है, उसका एक नमूना देखिए, क्या इलेक्शन कमिशन इसका संज्ञान लेना चाहेगा?@UttarakhandCEO pic.twitter.com/yAd4UVPpLh
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) February 22, 2022
इस मामले में प्रदेश का राजनीतिक पारा भी सातवें आसमान पर चढ़ गया. कांग्रेस ने इस मामले में सत्ता पक्ष और चुनाव आयोग को जमकर घेरा। इस मामले में डीडीहाट विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप पाल ने जिला निर्वाचन अधिकारी और चुनाव आयोग से जांच कर कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर डीडीहाट थाने में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. पुलिस जांच में सामने आया है कि ये वायरल वीडियो 2-कुमाऊं रेजीमेंट से संबंधित है. पुलिस की जांच-पड़ताल में चार लोगों के नाम सामने आये हैं।
एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो जम्मू में बनाया गया है। ये वीडियो 2-कुमाऊं रेजीमेंट से संबंधित है. जिसे बनाने के बाद डीडीहाट भेजा गया। उन्होंने बताया कि फिलहाल वीडियो की पड़ताल में सामने आये चार लोगों को समन जारी किया गया है। वे सभी पिथौरागढ़ पहुंचकर मामले में अपना पक्ष रखेंगे। पूछताछ और जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
वहीं, डीडीहाट के रिटर्निंग अफसर और एसडीएम अनुराग आर्या ने कहा वायरल वीडियो के तकनीकी पहलुओं की जांच पुलिस और उसकी साइबर सेल करेगी। जांच में सारी चीजें सामने आने के बाद चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशानुसार आगे की कार्यवाही होगी।



